5 फ़रवरी 2016

यमुना में प्राकृतिक रूप से प्रदूषण रोकने की योज़ना

 वर्षा जल को रोक  ग्रीन फिल्टर से  भूमिगत जल रीचार्ज  किया जायेगा

(  निदेशक सचिन यादव, पत्रकार  राजीव सक्सैना,  उपायुक्त मनरेगा आदि )
आगरा। मौनीटरिंग कमेटी के सदस्य  रमन तथा मुख्य विकास अधिकारी  नागेन्द प्रताप ने  आगरा-मथुरा बाईपास मार्ग पर गैलाना मार्ग स्थित आर्द्ध विकास क्षेत्र का भ्रमण किया गया। इस 25 हैक्टेयर के क्षेत्र में जिसके अन्दर ककरैठा, मऊ,  गैलाना की घनी आबादी तथा विभिन्न कालौनियों के नालों का गन्दा पानी जंगल के अन्दर से होता हुआ  यमुना में जाता था, उस पानी को जंगल में चैक डैम के माध्यम से रोक कर प्राकृतिक रूप से प्रदूषण रोकने का कार्य किया जा रहा है। इसको वन विभाग द्वारा विभिन्न नालों को पक्के चैक डैम से जोड़ा गया है। क्षेत्र में वर्षा जल को रोक कर ग्रीन फिल्टर द्वारा भूमिगत जल रीचार्ज करने का कार्य किया जा रहा है। तालाबों के किनारे ऐसी प्रजातियों के पेड़ों को लगाया जा रहा है जिससे प्रदूषित जल में से आर्सेनिक आदि हानिकारक तत्वों को शोषित कर प्रदूषित जल को हानिकारक तत्वों से मुक्त करता है।इस निरीक्षण के दौरान परियोजना निदेशक सचिन यादव, राजीव सक्सैना, यमुना एक्शन प्लान, भूगर्भ जल विभाग, उपायुक्त मनरेगा सहित सभी खण्ड विकास अधिकारी...
उपस्थित थे।   इस सम्बन्ध में पूर्व में वर्ष 2010 से 2015 तक मनरेगा सहित अन्य विभागों से कार्य कराया जा चुका है। मुख्य विकास अधिकारी ने उपस्थित सभी खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि इस का अभिनव प्रयोग जनपद में अन्य स्थानों पर भी किया जा सकता है। जिससे गन्दगी की सफाई होगी और हरियाली बढ़ने से जन सामान्य को लाभ मिलेगा।