5 जनवरी 2016

जेटली ने आप नेताओं के विरुद्ध अदालत में बयान दर्ज करवाया

भ्रष्‍ट अफसर को बचाने के लिये झूंठे प्रपोगंडे का सहारा लिया गया

 
नई दिल्ली: वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के पांच
अन्य नेताओं के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत के मामले में दिल्ली के मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट संजय खनगवाल की अदालत में अपना बयान दर्ज कराया। उन्होंने आरोप लगाया है कि आम आदमी पाटी (आप) के नेताओं ने उनके और उनके परिवार के खिलाफ झूठे बयान दिए हैं।
अपना बयान दर्ज कराने के दौरान जेटली ने मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट को बताया कि केजरीवाल और  कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चडढा और दीपक बाजपेयी आदि पांच नेताओं ने उनके और उनके परिवार के खिलाफ झूठे और अपमानजनक बयान दिए थे। कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत आए जेटली ने यह भी कहा कि ये बयान इसलिए दिए गए हैं

ताकि केजरीवाल के साथ काम करने वाले एक व्यक्ति विशेष के खिलाफ सीबीआई जांच से ध्यान भटकाया जा सके। सुरक्षाकर्मियों ने किसी भी मीडियाकर्मी को अदालत कक्ष में दाखिल नहीं होने दिया।
बंद कमरे में हो रही इस सुनवाई में सिर्फ वकीलों को ही मौजूद रहने की अनुमति दी गई। जेटली ने 21 दिसंबर को केजरीवाल और आप के इन पांच अन्य नेताओंके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था और इन लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने का अनुरोध किया गया है। कानून में इन अपराधों के लिए दो साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है।
यह शिकायत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई थी, जिनमें धारा 499(मानहानि), 500 (सजा), 501 और 502 (अपमानजनक सामग्री का मुद्रण एवं बिक्री) शामिल है। अपनी शिकायत में जेटली ने कहा था कि मुख्यमंत्री और आप के अन्य नेताओं ने साझा इरादे के तहत राजनीतिक लाभ लेने के लिए 15 दिसंबर से उनके और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ एक झूठा, द्वेषपूर्ण और अपमानजनक अभियान चलाया, जिससे उन्हें अपूर्णनीय क्षति हुई है।
शिकायत में आप के नेताओं की ओर से संवाददाता सम्मेलनों में लगाए गए कुछ आरोपों का हवाला दिया, जिनमें से एक आरोप यह था कि सीबीआई ने दिल्ली सरकार के अधिकारी के कार्यालय पर जेटली के कर घोटाले की फाइलें ढूंढने के लिए छापा मारा और जेटली के कार्यकाल के दौरान कई सौ करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ था और उन्होंने 15 साल से भी अधिक समय तक डीडीसीए को इससे बचाने की कोशिश की।
कीर्ति आजाद के तेवरों में तीखापन बरकरार

जेटली ने कहा था कि आप के नेताओं ने ये बयान मौखिक रूप से और टिवटर हैंडल के जरिए जारी किए, जिसे 15 दिसंबर से 20 दिसंबर तक इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया ने प्रसारित किया।श्री जेटली ने अपनी पार्टी के सांसद एवं पूर्व टैस्‍ट खिलाडी कीर्ति आजाद के विरुद्ध अब तक कुछ नहीं कहा है,जबकि आजाद लगातार श्री जेटली के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं और वे यह भी कहा रहे हैं कि दिल्‍ली क्रिकेट संघ में भ्रष्‍टाचार का मामला नया नहीं है,पार्टी का इस क्रिकेट संगठन से किसी प्रकारका गठबन्‍धन नहीं है और नहीं पार्टी की नीति किसी भी किस्‍म के भ्रष्‍टाचार को संरक्षण देने की ही है।श्री आजाद का तर्कहै कि जो अनियमित्‍तयें श्री जेटली के अध्‍यक्ष पद पर रहतेहुए हुई है उनके लिये वे कैसे जिम्‍मेदारी होने से बच सकते हैं।इसी के साथ उन्‍होंने यह भी कहा है कि अगर किसी जांच रिपोर्ट में  श्री जेटली अनियमत्‍ता के लिये दोषी नहीं हैं तो फिर कौन दोषी है।