--महिलाओं की सक्रिय भागीदारी के साथ शराब के ठेको पर शुरू किये धरने
--जैन समाज ने अवकारी नीति में बदलाव के लिये
लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
आगरा:स्वस्वतंत्रता सेनानी श्री चिम्मन लाल
जैन के नशाविरोधी आंदोलन को व्यापक
समर्थन मिलना शुरू हो
गया है,पिछले कई साल से वह आंदोलन चलाकर शराब के र्बढते चलन के खिलाफ आवाज बुंलद करते
रहे थे।सरकार के द्वारा शराब बंदी के लिये कोई प्रभावी कार्रवाही नहीं कये जाने पर
गांधी जयंती (2अक्टूवर 2015) को उन्होंने यमुना नदी में कूद कर जान दे देने
की घोषणा की हुई थी, 1अक्टूबर को आगरा डव्ल्पमेंट फाऊंडेशन के संयोजक श्री
के सी जैन एडवोकेट और व्यवसाय जगत के प्रख्यात नेतृत्वकर्त्ता श्री राजीव गुप्ता, श्री निहाल सिह जैन
,इंडिया राइजिंग के अध्यक्ष डा आनंद राय की मौजूदगी नशाबन्दी
के विरुद्ध ताजिंदगी आवाज उठाते रहने का संकल्प दोहराया था। किन्तु प्रशासन के
द्वारा उन्हें बतौर एतिहात मैनागेट
पथवारी स्थित निवास पर ही निरुद्ध(हाऊस अरैस्ट) कर दिया।
आजद भारत में 2अक्टूबर को किसी गांधीवादी सत्यागृही
को हाऊस अरैस्ट करने की संभवत: यह पहली घटना है।
(श्री चिम्मन लालजी को जैन समाज के प्रबुजनो ने दिया समर्थन प्रख्यात मोटरिस्ट एवं उद्यमी हरविजय सिह वाहिया सहयोग का दिया आवासन।) |
पुलिस की घेराबन्दी से छूटकर श्री चिम्मन लाल
3अक्टूबर से पुन: सक्रिय हो गये और उनका यह क्रम अब तक बरकरार बना हुआ है। नवम्बर
में दीपावली के ठीक पूर्व मन्कामेश्वर मंदिर परिसर में श्री चिम्मन लाल का आगरा
के सभी धर्म गुरुओं ने उनके नशाबन्दी को लेकर किये जा रहे प्रयासों की न केवल
प्रशंसा की आपितु साथ देने का वायदा भी किया।इसी प्रकार इससे पूर्व श्री चिम्मन
लाल जैन का 30अक्टूबर को गांधी स्मारक(यमुना पार) पर मंडलायुक्त श्री प्रदीप
भटनागर, उनकी पत्नी श्रीमती संगीता भटनागर ने स्वागत एवं सम्मान
किया।
श्री चिम्मन लाल ने इसके बाद अपनी गतविधियों को
और व्यापक
कर दिया ।श्री अन्ना हजारे के इंडिया अगेंस्ट करैप्शन के स्थानीय प्रतिनिधि राजेन्द्र सिह और बौद्ध बिहार चक्की पाट केश्री राम गोपाल जी का अब तक उन्हें पूरा समर्थन रहा था जबकि अब शुरू हुए नये दौर में उनके साथ श्री अनिल शर्मा और पूरी सक्रियता के साथ जुड गये।श्री शर्मा जो कि सार्क देशों के आतंकवाद विरोधी सम्मेलन को कामयाब बनाने के बाद से आगरा के लोक जीवन में अपनी खास पहचान बना चुके हैं और कार्पोरेट जगत के तौर तरीकों से भी भलीभंति वाफिक हैं।उनकी इस अनुभवशीलता का भी गांधीवादी नेता को खास सहयोग रहा।
कर दिया ।श्री अन्ना हजारे के इंडिया अगेंस्ट करैप्शन के स्थानीय प्रतिनिधि राजेन्द्र सिह और बौद्ध बिहार चक्की पाट केश्री राम गोपाल जी का अब तक उन्हें पूरा समर्थन रहा था जबकि अब शुरू हुए नये दौर में उनके साथ श्री अनिल शर्मा और पूरी सक्रियता के साथ जुड गये।श्री शर्मा जो कि सार्क देशों के आतंकवाद विरोधी सम्मेलन को कामयाब बनाने के बाद से आगरा के लोक जीवन में अपनी खास पहचान बना चुके हैं और कार्पोरेट जगत के तौर तरीकों से भी भलीभंति वाफिक हैं।उनकी इस अनुभवशीलता का भी गांधीवादी नेता को खास सहयोग रहा।
इस शुरू हुए इस दौर में
भारतीय जैन संगठन उ प्र के संरक्षक स्वरूप चन्द्र जैन और अध्यक्ष मनोज कुमार ने
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को एक पत्र लिखकर श्री चिम्मन लाल जैन के आंदोलन
से सहमति व्यक्त कर चिता जतायी हे कि प्रदेश में शराब बिक्री को प्रोत्साहित न
कर समाज के हित में अपनी नीति बदले ।पूर्व में जैन समाज के वरिष्ठ जनों ने श्री
जैन को उनकी कमर्ठता और अहिंसक संघर्ष
दक्षता के लिये सम्मानित कर अपना समर्थन घोषित किया।श्री चिम्मन लाल ने
इसी बीच श्री अनिल शर्मा के प्रख्यात निर्यातक श्री हरविजय सिह वाहिये से
पंचकुईयां स्थित उनके कारखाने पर जाकर मुलाकत की, इसी प्रकार वरिष्ठ अधिकवक्ता एवं उ
प्र राज्यपाल के पूर्व परामर्षदाता श्री अरचिंद मिश्रा से उनके मदिया कटारा स्थित
निवास पर मुलाकात कर आंदोलन के प्रति उनकी सदभावनाये सुनिश्चित कीं।
उधर उनके द्वारा
शराब के ठेकों के सामने पिकेटिंग करने और खादी के प्रचार के लिये चरखा चलाने का
क्रम जारी है। अब तक वह लाल गढी दयालबाग,,नगला बघेल की बीयर शाप, किशेर पुरा देश्सी शराब के ठेके, तथा गोपल पुरा सेवला जाट के श्राब के
ठेकों पर पिकेटिंग या धरना दे चुके हैं। संभवत: यह भी एक रिकार्ड है कि गांधी जी
के नशा विरोधी आंदोलन का कोई सिपाही आजादी के पैंसठ साल के बाद भी अपने पुराने
तेवरों क साथ ही धरना दे रहा है ,आंदोलन कर रहा है। यही नहीं जहां भी वह पहुंचते हैं बडी
संख्या में लोग खास कर महिलाये उनके धरने में भाग लेती हैं।96 साल के श्री चिम्मन जो कि कुछ ही महीने में 97वें
वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं ,को संतोष है कि एक गांधी वादी सत्यागृही के रूप में वह अब
भी सक्रिय है और उनका मुददा ऐसा हे जिससे सरकार के लोग व्यक्तिगत रूप से खुद
सहमत हे किन्तु 'सरल राजस्व आये' के प्रलोभव वश इस बन्द नहीं करवा पा रही है।