28 जुलाई 2015

'जेन्डर चैम्पियन' के समायोजन संबंधी दिशा-निर्देश जारी

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने देश के स्कूलों और कॉलेज द्वारा 'जेन्डर चैम्पियन' के समायोजन संबंधी दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
     'जेन्डर चैम्पियन' ऐसे जिम्मेदार नेता हैं जो अपने स्कूलों, कॉलेजों और अकादमिक संस्थानों, जहां लड़कियों को पूरा सम्मान और आदर दिया जाता है, वहां पर्यावरण को और अनुकूल बनाने का काम करते हैं। शिक्षा संस्थानों में पंजीकृत 16 वर्ष की आयु से अधिक के लड़के और लड़कियां दोनों 'जेन्डर चैम्पियन' बन सकते हैं। ये लोग लैंगिक समानता और लैंगिक न्याय की प्रगति की निगरानी करने के लिए युवा लड़कों और लड़कियों को जागरूक बनाकर उनकी क्षमताएं मजबूत करने का काम करते हैं।
     'जेन्डर चैम्पियन' के अधिकार क्षेत्र में लैंगिक अंतराल के सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों के प्रति समेकित समझ विकसित करना है, जिसके तहत समाज में महिला और पुरूषों को विभिन्न प्रकार के अनुभवों से गुजरना पड़ता है। इसका उद्देश्य युवा लड़कों और लड़कियों में लैंगिक सम्वेदना विकसित करना है ताकि वे सामाजिक नियमों के प्रति सकारात्मक रवैया अपनायें और लड़कियों के अधिकारों के प्रति जागरूक बनें।