8 जून 2015

सर्वि‍स सैक्टिर के अप्रि‍य हालत नि‍यंत्रि‍त करने को अधार ट्रस्ट ने की पहल

-- ‘सी एम आर’ प्रोजेक्‍टों पर भी कंपनि‍यों को दि‍या जायेगा परामर्ष

(अभि‍नय प्रसाद)
आगरा, आधार ट्रस्‍ट ने सामाजि‍क कार्यकतर्ताओं एवं पेशेवर अनुभवि‍यों के सहयोग से दीर्घकालीन शि‍वि‍र का आयोजन कि‍या है,जि‍समें स्‍वास्‍थ्‍य ,बीमा, उपभोक्‍ता संरक्षण , मैडि‍को – लीगल केस, मैडीकल लॉ, सामाजि‍क न्‍याय से संबधि‍त कानूनो ,उनके अधि‍कारों एवं वि‍धि‍क समस्‍याओं पर नि‍शुल्‍क परामर्ष दि‍या जा रहा है।लीगल मैडि‍को वि‍शेषज्ञ डा देवेन्‍द्र गुप्‍ताने बताया कि‍ डाक्‍टरों, वकीलों एवं प्रबंध परामर्षदाताओं का यह संयुक्‍त प्रयास एक नया प्रयोग है,जि‍समें  हास्‍पि‍टल,नर्सि‍ग होम, उनके मरीज,न्‍योक्‍ता ,परि‍चारक ,कर्मचारी,बीमा बैंक,बीमा ,सेवा प्रदाता कंपनी, उनके उपभोकता, और अनौपचारि‍क अर्थव्‍यवस्‍था में कार्यरत असंगठि‍त मजदूरों को नि‍शुल्‍क परामर्ष दि‍या जायेगा।

 डा गुप्‍ता ने बताया कि‍ वि‍भि‍न्‍न हि‍त समूहों के बीच बनने वाली टकराव की स्‍थति‍ के माहौल स्‍वस्‍थ्‍य समाज का द्योतक नहीं है। सकारात्‍मक और सही परमर्ष  के जरि‍ये इस स्‍थि‍ति‍ को समाप्‍त करने का प्रयास
होगा। डा देवेन्‍द्र त्रि‍पाठी  के अनुसार हि‍तकारकों और उपभोक्‍ताओं के लि‍ये बने नि‍यमों का व्‍यापक अनुप्रयोग,दुरोपयोग, और दुष्‍प्रोयोग रोका जा सके। नि‍देशक अभि‍नय प्रसाद ने बताया कि‍ सी एम आर कानून में पर्यावरण सुधार, स्‍वास्‍थ्‍य, एवं शि‍क्षा का वि‍शेष प्रावि‍धान है।जबकि‍ होटल, दवा,तेल, गैस, पेय और खाद्य पदार्थ की कंपनि‍यां मोटा मुनाफा कमा रही हैं।कि‍न्‍तु मनमानी से जनहि‍त के लि‍ये चि‍न्‍हि‍त धन का उयोग न करने से समाज को कोई लाभ नहीं मि‍ल रहा है।                          आधार ट्रस्‍ट के नि‍देशक एवं मैनेजि‍ंग कंसल्‍टैंट  अभि‍नय प्रसाद ने कहा कि‍  कंपनि‍यों ,होटलों और बैंकों को भी सी एम आर से संबधि‍त परामर्ष शि‍वि‍र मं मि‍ल सकेगा। शि‍वि‍र मेंं डा देवेन्‍द्र गुप्‍ता, देवेन्‍द्र त्रि‍पाठी, अभि‍नय प्रसाद, कैप्‍टि‍न सुरेन्‍द्र रावत, डा कौशल नारायण शर्मा, डा संजय कुलश्रेष्‍ठ, डा सुनील उपाध्‍याय, तथा डा शि‍शि‍र माथुर आदि‍ नि‍यमि‍त रहेंगे ।शि‍वर सांय 5 बजे से रात्रि‍ 8 बजे के बीच 20जून तक चलेगा। इसके  संबध में फ्लैट नम्‍बर 4,तृतीय तल मदि‍या कटारा  श्रीनाथ जी कांप्‍लैक्‍स मोबाइल +91-9756209329, or +91-9837009329 पर संपर्क कर सकते हैं।