10 जून 2015

यमुना आरती की घंटि‍यों से हुई सरकारी तंत्र की तंद्रा भंग

---‘फीड बैक’ में मि‍ली नदी हि‍त चि‍न्‍तकों की मुखर होती आवाज की प्रति‍ध्‍वनी
(आरती स्‍थल पर आरती के पूर्व युवा लेखक पुष्‍पेन्‍द्र मंडल
की यमुना के घाटों पर लि‍खी पुस्‍तक का श्रीमती 

पदमनी ताजमहल ने कि‍या वि‍मोचन) 

आगरा:एत्‍मादौला व्‍यू पौंइंट पर रोज सांय होने वाली सांय आरती की घंटि‍या यमुना नदी में पानी भले ही नहीं ला पायी हो कि‍न्‍तु इनकी घनघ्‍नाहट से राज्‍य सरकार जरूर परेशान है साथ ही केन्‍द्रीय मंत्री उमा भरती अब केवल गंगा नदी की बात पर ही नहीं ठहरी रह जातीं।यही नहीं उन्‍हें इस बात का भी अब अहसास होने लगा है कि‍ अगर केवल मथुरा तक की ही बात कहकर काम चलाने का प्रयास कि‍या गया तो मोदी सरकार से जुडे हुए और भाजपा कार्यकर्त्‍ता आगरा में जनउपहास का पात्र बनने की स्‍थि‍ति‍ में होंगे।
प्राप्‍त जानकारी के
अनुसार केन्‍द्र सरकार को जो फीडबैक मि‍ला है,उसमें यमुना आरती को धार्मि‍क आस्‍था से जुडे कार्यक्रम से अधि‍क नदी की बदहाली के प्रति‍ चि‍ता अभि‍व्‍यक्‍ति‍ का माध्‍यम अधि‍क माना गया है। एक रि‍पोर्ट के अंश में कहा गया है कि‍ ‘कि‍ वे आते हैं सांय पूजा अर्चाना और आरती करने के साथ के बाद आपस में संगोष्‍ठी कर चले जाते हैं।

उल्‍लेखनीय है कि‍ यमुना नदी के प्रति‍ जागरूकत लाने के लि‍ये दो महीने पूर्व यह प्रयास शहर के पर्यावरण अभि‍यानों के अगुआ रहते आये श्री बृज खंडेलवाल इसे सीमि‍त व्‍यवस्‍था के साथ शुरू कि‍या था। बाद में तमाम लोग इसमें जुडते गये और अब तक यह अटूट क्रम बना हुआ है। आगरा प्रशासन को भी इस आयोजन को तब आधि‍कारि‍क रूप से संज्ञान में लेना पडा जबकि‍ अपने रोड साइड प्‍लांटेशन के लि‍ये चर्चि‍त रहने वाले श्री हरवि‍जय सि‍ह वाहि‍या ने एक सरकारी बैठक में आरती स्‍थल की सफाई,स्‍ट्रीट लाइटि‍ग की बदइंतजामी में सुधार आदि‍ का मामला उठाया। अब तक पचास से ज्‍यादानगर नि‍गम पार्षद आरती में सहभागी होने वालों में शामि‍ल है।महानग की वि‍धान सभाई सीटो से चुने हुए वि‍धायक भी इस कार्यक्रम का हि‍ससा बन कर अश्‍वासन तक दे चुके हैं यह बात अलग है कि‍ अधि‍कांश कही गयी बाते जमीनी हकीकत में तब्‍दील नहीं हो सकी हैं।