--‘गंगा जमुनी’तहजीब का प्रतीक सतरंगी चादर के साथ निकाला ‘चादरपोशी जुलूस’
(810मीटर की चादर:फोटो :असलम सलीमी) |
कुरान ख्वानी,फतिहा, गुलपोशी, चादर पोशी-पंखा सरीखी रस्मों का सिलसिला दिन भर चला।सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण 810मीटर की सतरंगी चादर थी।जिसे सिख,बौद्ध,जैन,ईसाई एवं मुफ्ती आदि के सहयोग से खुद्दाम ए रोजा कमेटी के अध्यक्ष हाजी ताहिरुद्दीन ताहिर की अगुवाई में उनके दक्षिण गेट स्थित निवास से शाहजहां की मजार तक जुलूस के रूप में लेजाकर चढाया (गया।
(खुद्दाम ए रोजा कमेटी के अध्यक्ष हाजी ताहिरुद्दीन ताहिर, नूर मोहम्मद,स्माइल सिनी आदि ने की चादर पोशी जुलूस में की शिरकत :फोटो असलम सलीमी |
है जिसकी हकीकत बादशहों के जमाने से लेकर अब तक तहेदिल स्वीकारी जाती रही है और अब यह हमारे समाज की जीवन शैली का अभिन्न अंग बनीहुई है।
खुद्दामें रोजाकमेटी (अध्यक्ष) हाजी ताहिर उद्दीन ताहिर, वाइस प्रेसीडेंट रिजवान
उद्दीन जुग्नू,मो शमशाद, जर्नल
सेकेट्री सैय्यद मुनव्वर अली,वरिष्इ
साहयक संरक्षण मुन्नवर अली, हाजी हाफिज तनवीर अहमद,जमाली,मौलाना हाफिज इरुान, साहब,
,हाजी आसिफ बेग, शेख नईम उद्दीन, नूर मोहम्मद ‘मम्मे नेता’ हाजी हाफिज निजामुद्दीन(चीना) गाजी, नईमुद्दीन चौधरी, मौहिसिन, अब्बासी,
मियां शहजाद बेग कादरी,असलम खां,श्मीम उद्दीन, मो शकील, सरदार
जसबीर सिह, मो फारुख, पं हिरओम शर्मा,
सरोज गौर,विपिन कुमार जैन,नन्द लाल भारती, सुशील कुमार शर्मा,राम कुमार के अलावा अधीक्षण पुरातत्व विद एवं सेना