9 मई 2015

कोई भी व्‍यक्ति सफलताओं की बजाय असफलताओं से अधिक सीख सकता है - मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज जनजातीय युवाओं में मौजूद स्‍वाभाविक खेलकूद की प्रतिभा को विकसित करने को कहा है। छत्‍तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में शैक्षिक शहर जवांगा में छात्रों से बातचीत करते हुए उन्‍होंने कहा कि जनजातीय युवा वैश्विक खेलकूद के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते है। उन्‍होंने कहा कि बच्‍चों के लिए खेल महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि इससे समाज में खेल भावना विकसित होती है।छात्रों के प्रश्‍नों के उत्‍तर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिंदगी को सफलता और विफलता के पैमाने पर नहीं मापना चाहिए। अपने अनुभव के बारे में बताते हुए...
श्री मोदी ने कहा कि जीवन में उन्‍हें कई बार असफलता का मुंह देखना पड़ा। उन्‍होंने कहा कि हालांकि कोई भी व्‍यक्ति सफलताओं की बजाय असफलताओं से अधिक सीख सकता है। उन्‍होंने कहा कि व्‍यक्ति को अपने लक्ष्‍य के बारे में स्‍पष्‍ट होना चाहिए और उसे सफलता हासिल करने के लिए अडिग रहना चाहिए। 
प्रधानमंत्री विशिष्‍ट बच्‍चों के स्‍कूल-'सक्षम' भी गए और वहां छात्रों से बातचीत की। 
इस अवसर पर छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री डॉ रमन सिंह भी उपस्थित थे।