14 मई 2015

ताजगंज शमशान घाट बन्द करवाने के मंसूबों के वि‍रुद्ध नि‍काली गयी जन जागरूकता यात्रा

--गर्माये माहौल में कभी भी बन सकते हैं प्रशासन के साथ सीधे टकराव के हालात

(शमशान घाट के पक्ष में एक जुट  हुआ
समूचा शहर)
आगरा, आगरा का प्रशासन मोक्‍क्षधाम  (ताजगंज शमशानघाट) को बंद कर देना चाहता है जि‍सका आगरा की जनता के द्वारा जमकर वि‍रोध कि‍या गया,जो हालात अब बनते जा रहे हैं उनमें कभी जनता और प्रशासन के बीच सीधे टकराव की स्‍थि‍ति‍ कभी बन सकती है।
जन वि‍रोध की शुरूआत  क्षेत्र बजाजा कमेटी के तत्‍वावधान में नि‍काली गयी यात्रा के साथ हुयी जिसमे आगरा के सभी राजनेतिक दल ,सामाजिक संगठन के लोग और प्रबुद्ध नागरि‍क सम्‍मलि‍त हुए। भाजपा नेता प्रमोद गुप्ता  ,समाज सेवी जितेंद्र चौहान , पार्षद ,कुंदिका शर्मा  
,हिन्दू जागरण मंच युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष अविनाश राना  ,रामकुमार शर्मा  , भाजयुमो जिला मंत्री राहुल चौधरी ने प्रशासन पर कडे कटाक्ष करते हुए कहा है कि‍  प्रशासन सिर्फ हिन्दू भावनाओं का अपमान करने मे ही अपनी शान समझता है
अविनाश राणा प्रदेश अध्यक्ष युवा वाहिनी हिन्दू जागरण मंच ब्रज प्रान्त उ.प्र ने कहा है कि‍ प्रशासन हि‍न्‍दुओं की परंपरागत जीवन 
मोक्षधाम बचाने के लि‍ये नि‍काली गयी
रैली में बडी संख्‍या में  शरीक हुऐ प्रबुद्धजन)
पद्यति‍ और परंपराओं से खि‍लवार्ड कर कि‍से उपकृत करना चाहता है यह तो वहीं जाने कि‍न्‍तु यह एक हकीकत है कि‍ पि‍छले बीस सालों में ताजमहल के संरक्षण को लेकर जो भी व्‍यवस्‍थायें होती रही उनसे सबसे अधि‍क हि‍न्‍दू धार्मि‍क भावनाये ही आहात हुई हैं। उल्‍लेखनीय है कि‍ आगरा का सबसे पुराना शमशान घाट ताजमहल के बनने से कही पूर्व का है, इसके और जातमहल के बीच बनाहुआ काल भैरों मन्‍दि‍र की बनावट तो लगभग 1100वीं सदी की मानी जाती है।काल भैंरों मन्‍दि‍र के पास खास कर जब समीप ही नदी भी बहती हो तो वह स्‍थान शमशान घाट के सबसे उपयुक्‍त माना जाता है।बारहाल प्रशासन के रूख से पूरे जानद के बहुसंख्‍यक समुदाय में आक्रोष की स्‍थि‍ति‍ बनी हुई है।