10 अप्रैल 2015

वि‍धान परि‍षद में भी बढने जा रही है सपा की ताकत

--दस सपाईयों को नामि‍त होने का अवसर मि‍लेगा

--सपाईयों से कही आगे हैं कवि‍पुत्र और कुछ पत्रकार भी नामि‍त होने के अभ्‍यार्थि‍यों की लाइन में  




(वि‍ प में बसपा नेता
 नसीमुद्दीन सि‍द्दकी)
(स्‍पीकर 
गणेष शंकर पाण्‍डेय)
(मुख्‍यमंत्री अखि‍लेश यादव
 भी वि‍ प के सदस्‍य हैं)
(सपा दल नेता
अहमद हसन)
आगरा,वि‍धान परि‍षद की दस नामि‍त सदस्‍यों की सीटों के लि‍ये समाजवादी पार्टी में जोड तोड शुरू हो गयी है, चुनावी राजनीति‍ में नाकारा साबि‍त होते रहे नेता इन सीटों के माध्‍यम से वि‍धान मंडल तक पहुंचने को खास तौर से बेताब हैं।वैसे नेताओं के अलावा एक कवि‍ पुत्र जि‍नका दूर दूर तक राजनीति‍ से कोई रि‍श्‍ता नहीं है गणेष परि‍कृम्‍मा के पराकृमी बने हुए हैं।इसी प्रकार एक पत्रकार भी सपा नेताओं को भागदौड में पीछे छोडे हुए हैं,वह एक टैलीवि‍जन चैनल के लाइव टाक शो के लि‍ये ऐंकरि‍ग भी करते रहे हैं और वर्तमान में सपा नेतृत्‍व को अपने साथ हर समय रहने वाले आई पैड पर रि‍कार्डि‍ग दि‍खाते घम रहे हैं।मुम्‍बई के उन फि‍ल्‍मी स्‍टार के माध्‍यम से वह जुगाड लगा रहे हैं,जो कि‍ श्री मुलायम सि‍ह यादव से नि‍जी संबध रखने वाले माने जाते हैं।   वर्तमान नामि‍त
सदस्‍यों का कार्यकाल 25मई को समाप्‍त हो जायेगा, इनमें से केवल एक ही सपा के पास है जबकि‍ शेष बसपा के खाते की हैं।एक सीट वर्तमान में खाली है। एक सीट पहले से खाली चल रही है।
       मनोनयन के साथ ही मुख्‍यमंत्री अखि‍लेश यादव की सरकार सही मायने में बहुमत की सरकार हो जायेगी।अब तक बसपा का वि‍धान परि‍षद में बहुमत है,फलस्‍वरूप तमाम वि‍धेयकों को लेकर वि‍धान परि‍षद में सरकार को दि‍क्‍कतों का सामना करना पडता रहा है,हालांकि‍ संयुक्‍त सदन की बैठक बुलाये जाने की नौबत अब तक नहीं आयी है।इसी के साथ यह भी अपने आप में महत्‍वपूर्ण है 2017 में चुनाव होने पर अगर कि‍सी कारण सपा पुन:सत्‍ता में नहीं लौटपायी तो भी राज्‍य की राजनीति‍ पर वि‍धान परि‍षद में अपने सदस्‍यों की संख्‍या बल के आधार पर सरकार और राज्‍य की राजनीति‍ पर अपना दखल बरकरार रख सकेगी।  
वैसे विधान परिषद में 100 सदस्यों में से  वर्तमान में  बसपा के 54 सदस्‍य हैं,चुनाव होते ही इनकी संख्‍या 46 ही रह जायेगी।वहीं सपा के 26 से बढकर 36सदस्‍य हो जायेंगे।, भाजपा के 7, शिक्षक दल के पांच, कांग्रेस के दो, रालोद का एक और चार निर्दलीय सदस्य हैं। एक स्थान खाली है।
विधान परिषद सदस्य नामित होते ही अगले महीने उच्च सदन के समीकरण भी प्रभावित होंगे। विधान परिषद में अभी तक बसपा को पूर्ण बहुमत प्राप्त था। 54 सदस्यों के बल पर बसपा परिषद में प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाती रही है।

वह अकेले दम पर विधानसभा में पारित कई विधेयक विधान परिषद से वापस लौटा देती। पर अगले सत्र में यह स्थिति नहीं रह पाएगी। बसपा के आठ सदस्यों का कार्यकाल खत्म होते ही परिषद में उसकी सदस्य संख्या 46 रह जाएगी।

वि‍धान परि‍षद के वर्तमान सदस्‍यों में से बसपा के कमलकांत गौतम, डॉ. गोपाल नारायण मिश्र, नौशाद अली, एमएल तोमर, डॉ. मेघराज सिंह, रामचंद्र सिंह प्रधान, विनय शाक्य, शिवबोध राम और सपा के बनवारी सिंह यादव का कार्यकाल पूरा हो रहा है,अगर इन रि‍टायर्ड होने वालों में थोडे बहुत पुन:नामि‍त होने के चांस है तो केवल बनवारी सि‍ह के ही हैं।