--मुलायम होंगे नेता,नाम और चुनाव चिन्ह होना है तय
--मोदी सरकार को सबक सिखाना नई पार्टी की प्रथमिक्ता
(फिर मिल कर कुछ नया करने को तैयार जद कुटम्ब) |
आगरा,, कभी पूर्व प्रधानमंत्री स्व वी पी सिह के नेतृत्व में उभरे जनमोर्चा के
साथ कई पार्टियों के विलय से बने जानता दल के विघटित धडे एक बार पुन: आपस में
विलय कर रहे हैं। नये दल के अध्यक्ष समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिह
यादव ही होंगे और वही नयी पार्टी की संसदीय समिति के भी सदस्य होंगे। फिलहाल विलय करने जा रहे सभी दलों की एक समिति श्री यादव की अध्यक्षता
में गठित की गयी है।
श्री मुलायम सिह यादव के निवास
पर देर तक चली बैठक के बाद जनता दल यूनाइटिड के अध्यक्ष शरद यादव ने प्रेस को बताया
कि पूर्व प्रधान मंत्री एच डी देवगौड़ा, लालू प्रसाद, शरद यादव और रामगोपाल यादव सहित छह सदस्यीय समिति पार्टी के नाम और ध्वज जैसे मुद्दों का फैसला करेगी।
पर देर तक चली बैठक के बाद जनता दल यूनाइटिड के अध्यक्ष शरद यादव ने प्रेस को बताया
कि पूर्व प्रधान मंत्री एच डी देवगौड़ा, लालू प्रसाद, शरद यादव और रामगोपाल यादव सहित छह सदस्यीय समिति पार्टी के नाम और ध्वज जैसे मुद्दों का फैसला करेगी।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव
ने इस अवसर पर कहा कि न तो उनके मन में और न ही बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार
के मन कोई अहंकार है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा की हवा निकालेंगे। इस अवसर नीतीश
कुमार ने कहा कि यह जनता परिवार के सभी सदस्यों को एकजुट करने की पहल है और हम
इसमें सफल हुए हैं। उन्होंने इस पहल के लिए मुलायम सिंह को धन्यवाद दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने इस पहल को एक अहम कदम बताया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने पुत्र अभय चौटाला ने भी इसे देश की जरूरत बताते हुए कहा कि इस धर्मनिरपेक्ष दल मजबूत होंगे।
इस अवसर पर मुलायम सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार देश की पहली सरकार है जो विपक्षी दलों की राय नहीं लेती है। मुलायम ने कहा कि इस अहंकारी शासन को समाप्त करना जरूरी है। मुलायम ने कहा कि अब हम एकजुट होकर भाजपा का सामना करेंगे।
जिन दलों का विलय हुआ है, उनमें सपा, राजद, जदयू, जेडीएस, आइएनएलडी और कमल मोरारका की अध्रूखता वाली समाजवादी जनता पार्टी (राष्ट्रीय) भी शामिल हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने इस पहल को एक अहम कदम बताया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने पुत्र अभय चौटाला ने भी इसे देश की जरूरत बताते हुए कहा कि इस धर्मनिरपेक्ष दल मजबूत होंगे।
इस अवसर पर मुलायम सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार देश की पहली सरकार है जो विपक्षी दलों की राय नहीं लेती है। मुलायम ने कहा कि इस अहंकारी शासन को समाप्त करना जरूरी है। मुलायम ने कहा कि अब हम एकजुट होकर भाजपा का सामना करेंगे।
जिन दलों का विलय हुआ है, उनमें सपा, राजद, जदयू, जेडीएस, आइएनएलडी और कमल मोरारका की अध्रूखता वाली समाजवादी जनता पार्टी (राष्ट्रीय) भी शामिल हैं।