रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सिओल में कोरिया गणराज्य के रक्षा मंत्री श्री हान मिन-कू द्वारा रक्षा मंत्रालय में स्वागत किये जाने से पूर्व सेना के संयुक्त प्रमुखों के चेयरमैन एडमिरल चोई; रक्षा खरीद कार्यक्रम प्रशासन (डीएपीए) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री किम क्वान-जिन से मुलाकात की। रक्षा मंत्री ने अपनी सभी मुलाकातों में अप्रैल 2014 के दौरान सिओल नौका दुर्घटना की पहली वर्षगांठ पर संवेदना व्यक्त की, जिसमें तीन सौ से ज्यादा लोग मारे गए थे। मंत्री महोदय ने एक समृद्ध लोकतंत्र का निर्माण करने और उसके द्वारा गुरुदेव टैगोर की भविष्यवाणी कि कोरिया 'पूर्व का चमकदार प्रकाश' बनेगा, को साकार...
करने के लिए कोरिया के लोगों को बधाई दी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री किम के साथ मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने शांति और सुरक्षा के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने सुरक्षा और प्रतिरक्षा में द्विपक्षीय सहयोग को सघन बनाने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया, जिससे वे घनिष्ठ सामरिक साझेदारों के अधिक अनुरूप तरीके से अपने संबंधों को आगे बढ़ा सकें।
पर्रिकर ने जोर देकर कहा कि कोरिया को एक साझेदार के रूप में भारत काफी महत्व देता है और इसीलिए उन्होंने 'मेक इन इंडिया' के तहत अपनी पहली यात्रा के लिए कोरिया गणराज्य को अपना गंतव्य बनाया। दोनों पक्षों ने रक्षा उत्पादन में पारस्परिक लाभदायक साझेदारी विकसित करने के अपने प्रयासों को बढ़ाने पर सहमति जताई।
करने के लिए कोरिया के लोगों को बधाई दी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री किम के साथ मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने शांति और सुरक्षा के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने सुरक्षा और प्रतिरक्षा में द्विपक्षीय सहयोग को सघन बनाने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया, जिससे वे घनिष्ठ सामरिक साझेदारों के अधिक अनुरूप तरीके से अपने संबंधों को आगे बढ़ा सकें।
पर्रिकर ने जोर देकर कहा कि कोरिया को एक साझेदार के रूप में भारत काफी महत्व देता है और इसीलिए उन्होंने 'मेक इन इंडिया' के तहत अपनी पहली यात्रा के लिए कोरिया गणराज्य को अपना गंतव्य बनाया। दोनों पक्षों ने रक्षा उत्पादन में पारस्परिक लाभदायक साझेदारी विकसित करने के अपने प्रयासों को बढ़ाने पर सहमति जताई।