6 अप्रैल 2015

‘यमुना मैया’ की आरती :आस्था के साथ ही जन जागरूक्ता

--नदी के कई अन्‍य घाटो पर भी ‘आरती’ शुरू करवाने को होगा प्रयास

(यमुना  जी की आरती करते बृज खंडेलवाल
 ,आनंन्‍द रॉय व अन्‍य)
(बेकअप आगरा के शि‍शि‍र भगत यमुना
आरती में बने भागीदार)
आगरा:’ यमुना मैया’  की आरती सेवा का नया दौर फि‍र से शुरू हो गया है।प्रतयेक साम्‍वार को एत्‍मादौला के व्‍यू पौइंट (मथुरेशजी घाट ) पर यह हुआ करेगी।नगर के चर्चि‍त स्‍वैच्‍छि‍क संगठन वेकअप आगरा ने पहली आरती में अगुवाई की। मथुरेशजी मंदिर के पुजारी नंदन श्रोत्रिय व जुगल किशोर श्रोत्रिय द्वारा विधिवत आरती गायन के साथ उतारी गई।
वेकअप आगरा के अध्यक्ष शिशिर भगत ने बताया कि आरती का मुख्य उद्देश्य लोगों को यमुना नदी से जोड़ना है। बीतों सालों में यमुना की बहुत ज्यादा हालत खराब हुई। लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। इको क्लब के प्रदीप खंडेलवाल के अनुसार धीरे-धीरे आरती सेवा का विस्तार किया जाएगा। इस अवसर पर  ब्रज खंडेलवाल, अर्पित मोदी, नंदन श्रोत्रिय और आनंद राय
आदि उपस्‍थि‍तों में शामि‍ल थे। बाद में श्री खंडेलवाल ने कहा कि‍ यमुना नदी की आरती तटीय घाटों की परंपरा थी ,भले ही आज की तरह प्रचार के साथ नही होती हो कि‍न्‍तु घंटी और द्वीप से मंत्रोच्‍चारणों के साथ यमुना जी के प्रति‍ शहरवासी अपनी आस्‍था और कृतज्ञता व्‍यक्‍त करते थे।कैलाश घाट पर तो आरती परंपरा अत्‍यंत प्राचीन काल से चलती आ रही है।बटेश्‍वर घाट पर कुछ साल पूर्व पर्यटन वि‍भाग की ओर से शुरू करवायी गयी थी।अब यमुना के घाटो पर इसे पुन: शुरू करवाने का प्रयास होगा । आस्‍था अभि‍व्‍यक्‍ति‍ के समान ही ‘जनजुडाव’ के लि‍ये सह सशक्‍त माध्‍यम है।